Wednesday, December 10, 2008

हर कोई होकर भी मेरे ,

घर में इतना सूनापन क्यूँ ..

हर ताल मिलकर भी मेरे ,

गीत में साज की कमी क्यूँ ..

1 comment:

Adam said...

when one anticipates something very eagerly, they can feel loneliness