हर कोई होकर भी मेरे ,
घर में इतना सूनापन क्यूँ ..
हर ताल मिलकर भी मेरे ,
गीत में साज की कमी क्यूँ ..
Ye zaroori tho nahi ki jo bhi hamare zindgi me hai vo hamare zuban par bhi ho.. ye bhi zaroori nahi ki jo bhi hamare dil me aaye vo zindgi me hua ho.. Mere es jasbath ko aap, Choota na keh de.. Jaise kisi shayer ki khwab ko, Chori ka maal na kahe..
कितनी दूरी है ,
फिर भी ऐसा लगे ,
कि तुम हो उस पार
मैं हु इस पार
हम दो मिलने लगे है ..
कही से कही से
नज़र आने लगे है
मुझको सताने लगे है ..
दिल में कहानी
शुरू हो गई है
असमान में दिखने लगे है
कही से कही से
कभी न कभी
तुम भी इसको देखा करो ..
कितनी हसी है
कितना जवान है
रात का ये असमान ॥
तुम भी कभी देखा करो ,
रत का ये असमान ..
साथी मेरे ढूँढ के लाना ,
प्यार का मौसम जो खोया तुने ..
साथ आए वो खुशियों का दामन ,
प्यारे थे मुझको जो छोड़ा तुने ॥
फूलों से महका था मेरा गुलशन ,
हवा से बहकी थी मेरी आँचल ,
न जाने हवा ने क्यूँ मुझको छोड़ा ...
न जाने यह गुलशन यूँ तुमने तोड़ा ...
उमंगें सितारे मेरे बन गए थे ,
चारों तरफ़ वो मेरे झा गए थे ..
किया किसने इनको मुझसे जुदा ...
किया क्यूँ उसने ऐसा मज़ा ...
लगता है कुछ लोगों के लिए शायद जिंदगी एक मजबूरी है -मर नही सकते और जी भी नही सकते । किसी तरह चलती रहती है ।कभी कभी रुक सी जाती है मगर रुकती नही ।कभी कभी तेजी से चलती है और पीछे दम छोड़ देती है ।सवाल तो बहुत आती है -क्या हम दुनिया से डरते है ?, क्या हम मुश्किलों से लड़ना नही चाहते ?....
हम डरते नही है और लड़ भी सकते है ।लेकिन कुछ मजबूरियां इनके बीच आ जाती है जो हमे बिल्कुल अकेला छोड़ जाते है ।क्या करे , यही तो जिंदगी है ॥
I have a past which is longer than yours but I have to rub it off in my memory. It is a load I am weary of carrying. Even with soothing things which are not small in number.It makes me cry for my losses. Eats up my soul for things I should not have done, and things which I didn't do. Here after, I want to be in the present, however painful and unbearable it is. Want to be a man without a past..
Vijay Tendulkar.