Monday, October 20, 2008

लगता है कुछ लोगों के लिए शायद जिंदगी एक मजबूरी है -मर नही सकते और जी भी नही सकते । किसी तरह चलती रहती है ।कभी कभी रुक सी जाती है मगर रुकती नही ।कभी कभी तेजी से चलती है और पीछे दम छोड़ देती है ।सवाल तो बहुत आती है -क्या हम दुनिया से डरते है ?, क्या हम मुश्किलों से लड़ना नही चाहते ?....


हम डरते नही है और लड़ भी सकते है ।लेकिन कुछ मजबूरियां इनके बीच आ जाती है जो हमे बिल्कुल अकेला छोड़ जाते है ।क्या करे , यही तो जिंदगी है ॥

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